Author name: admin

मैं जानता हूं बहुतों ने की मुहब्बत तुझसे पहले मुझसे मैं जानता हूं मैं पहला नहीं जो जागा रातों में

Read More »

रेत की लकीरें अब पत्थरों पर उतर आईं दोजख के सपने सच्चाई बन गए दिलों का बटवारा तो हो गया

Read More »

मुद्दतें दर्द की लौ कम तो नहीं कर सकतीं ज़ख़्म भर जाएँ मगर दाग़ तो रह जाता है दूरियों से

Read More »

जला है जिस्म जहां दिल भी जल गया होगा कुरेदते हो जो अब राख जुस्तुजू क्या है हुआ है शह

Read More »

Scroll to Top